क्राइमखेलटॉप न्यूज़दिल्ली NCRदुनियादेशपंजाबबिहारबॉलीवुडमहाराष्ट्रयुवाराजनीतिराजस्थानराज्यलोकल न्यूज़
Trending

छठ कल, जानें पूजा विधि, महत्व और स्नान-दान का शुभ मुहूर्त

 छठ, जिसे यमुना जयंती भी कहा जाता है, देवी यमुना के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है, ये एक हिंदू त्योहार है जो चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष के छठे दिन मनाया जाता है. यह त्योहार यमुना नदी के पृथ्वी पर आगमन का प्रतीक भी माना जाता है.
 छठ, के नाम से भी जाना जाता है, एक हिंदू त्योहार है जो चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष के छठे दिन मनाया जाता है. यह त्योहार यमुना नदी के पृथ्वी पर आगमन का प्रतीक है.यमुना नदी को हिंदू धर्म में एक पवित्र नदी माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि यमुना नदी में स्नान करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है. यमुना छठ के दिन, भक्त यमुना नदी की पूजा करते हैं और भगवान कृष्ण की भी पूजा करते हैं. ऐसा माना जाता है कि भगवान कृष्ण यमुना नदी के तट पर बड़े हुए थे. मान्यता के अनुसार, यमुना छठ का व्रत रखने से यम और शनि के भय से मुक्ति मिलती है. आइए जानते हैं साल 2025 में छठ के स्नान- दान का शुभ मुहूर्त कब है?
 छठ की तथि 
चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि का आरंभ 2 अप्रैल, बुधवार के दिन रात 11 बजकर 49 मिनट पर होगा.वहीं, इसका समापन 3 अप्रैल, गुरुवार के दिन रात 9 बजकर 41 मिनट पर होगा. ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, इस साल, यमुना छठ 3 अप्रैल, 2025 को मनाया जाएगा.
यमुना छठ का शुभ मुहूर्त | 
पंचांग के अनुसार, छठ पर स्नान के लिए सुबह 4 बजकर 38 मिनट से 5 बजकर 47 मिनट तक का समय शुभ माना गया है. इसके अलावा, भक्तगण मुहूर्त में भी स्नान-दान कर सकते हैं.
छठ के दिन, भक्त सुबह जल्दी उठकर नदी में स्नान करते हैं. फिर, वे भगवान कृष्ण और यमुना नदी की पूजा करते हैं.पूजा में फूल, फल और मिठाई चढ़ाई जाती हैं. भक्त यमुना अष्टक का पाठ करते हैं और यमुना जी की आरती करते हैं. इस दिन दान-पुण्य करना बहुत ही शुभ माना जाता है. इस दिन भक्तजन व्रत रखते हैं और श्रद्धापूर्वक यमुना नदी में स्नान करते हैं, जिससे रोगों से मुक्ति मिलती है.
 छठ का महत्व | 
 छठ एक महत्वपूर्ण हिंदू पर्व है जो विशेष रूप से उत्तर भारत, खासकर उत्तर प्रदेश बिहार, हरियाणा और दिल्ली में मनाया जाता है. यह त्योहार मां यमुना नदी की पूजा के लिए समर्पित है और धार्मिक तथा सांस्कृतिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. यमुना नदी का भगवान कृष्ण से गहरा संबंध है. माना जाता है कि भगवान कृष्ण ने यमुना नदी के तट पर कई लीलाएं की थीं. इसलिए, यमुना छठ के दिन भगवान कृष्ण की भी पूजा की जाती है. मान्यता है कि यमुना छठ के दिन यमुना नदी में स्नान करने से यम और शनि के भय से मुक्ति मिलती है. यमुना नदी में स्नान करने से आत्मा शुद्ध होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. यमुना छठ के दिन यमुना नदी की पूजा करने से जीवन में सुख और समृद्धि आती है.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!