कुशीनगर! सलेमगढ सियारहा की छठ घाट पर डूबते सूर्य को छठ व्रतियों ने दिया अर्घ्य

एडिटर इन चीफ शक्ति कुमार ✍️
GTV UP BIHAR NEWS LIVE ✍️
माताओं ने संतान के दीर्घायु की कामना की।
कुशीनगर बिकास खंड सेवरही क्षेत्र के अन्तर्गत सलेमगढ़ सियारहा छठ महापर्व के अवसर पर सोमवार शाम को डूबते सूर्य को छठ व्रतियों ने दिया अर्घ्य।मंगलवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ इस महापर्व का समापन होगा।
संतान की समृद्धि,पुत्र प्राप्ति और मंगलकामना के लिए माताओं ने निर्जला व्रत रखकर अस्ताचलगामी सूर्य की उपासना की।
छठ पर्व की तैयारियां कई दिनों से चल रही थीं, सोमवार को दिनभर व्रत रखने के बाद शाम को महिलाएं दउरा (बांस की टोकरी) में नारियल, चावल, अनार, नाशपाती, संतरा, केला, ठेकुआ और पूड़ी जैसे प्रसाद लेकर घाटों पर पहुंचीं उन्होंने छठ वेदी पर दीप जलाकर पूजा-अर्चना की।
अस्त होते भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर माताओं ने अपनी संतान के दीर्घायु की कामना की। जिन महिलाओं को संतान नहीं है, उन्होंने सियारहा छठ घाट के पोखरा में घंटों पानी में खड़े होकर भगवान भास्कर से संतान प्राप्ति की प्रार्थना की।
सलेमगढ सियारहा छठ घाट के पोखरा पर हजारों की उमड़ी भीड़।

सलेमगढ़ ग्राम पंचायत के प्रधान चंपा देवी एवं उनके सह प्रतिनिधि राजकुमार साह के द्वारा साफ सफाई एवं वहां के पथ-प्रकाश की भी व्यवस्था की गई थी। इसके अतिरिक्त, नगर के विभिन्न वार्डों व गांवों के तालाबों पर भी महिलाओं ने छठ पूजा की अर्चना की।
वही छठ घाटों पर व्यवस्था बनाए रखने के लिए तरया सुजान प्रभारी निरीक्षक धनवीर सिंह अपने दल बल के साथ छठ व्रतियों के सुरक्षा को लेकर उनकी पुलिस टीम चप्पे-चप्पे पर मुस्तैद रही।
(गूंजते रहे छठ घाटो पर छठी मैया के गीत।)
भक्तिमय गीतों ने माहौल को भक्तिमय बना दिया।
घरों से लेकर घाटों तक भक्तिपूर्ण माहौल बना रहा। छठ महापर्व की तैयारियां घरों में कई दिनों से चल रही थी। घरों से लेकर घाटों तक भक्ति के गीत गूंजते रहे।
(कल होगी उगते सूर्य की पूजा। )
कल सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के लिए छठ व्रती सूर्य उदय से पहले ही घाट पहुंचने लगेंगे।
उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद 36 घंटे का कठिन व्रत का पारण करेंगी।




