हाईवे_से_मोबाइल_यूनिट_हटते_ही_स्क्रैप_तस्करीको_मिले_पंख,

संपादक शक्ति कुमार ✍️
देवरिया_यूनिट_की_निष्क्रियता_पर उठे सवाल।
तमकुहीराज सलेमगढ,बिहार और उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे क्षेत्रों में जीएसटी चोरी और स्क्रैप तस्करी एक बार फिर सिर उठाने लगी है। खासकर राष्ट्रीय राजमार्ग-27 से गोरखपुर की तीन मोबाइल चेकिंग यूनिट और कुशीनगर की एक मोबाइल चेकिंग यूनिट हटाए जाने के बाद देवरिया से लेकर कुशीनगर तक के मार्गों को स्क्रैप तस्करी के लिए फिलहाल ‘सुरक्षित गलियारा’ माना जा रहा है।
महकमे की इस निष्क्रियता के बीच देवरिया जीएसटी यूनिट पर सवालों की बौछार हो रही है कि ब्यापक पैमाने पर देवरिया के मेहरौना चौकी और हेतिमपुर टोल प्लाजा के रास्ते स्क्रेप लदी गाड़िया बिना बैध प्रपत्र के गुजर रही हैं और जीएसटी की चोरी भी धड़ल्ले से हो रही हैं पर कार्रवाई के नाम पर इस यूनिट द्वारा क्या किया जा रहा हैं।
यह किसी से छिपा नहीं हैं। बिहार के गोपालगंज के कुचायकोट थाना एवं उत्तर प्रदेश के तरयासुजान थाना (कुशीनगर) में इस वर्ष जीएसटी चोरी के गंभीर मामले दर्ज हो चुके हैं लेकिन इस समय गोरखपुर और कुशीनगर की मोबाइल यूनिट कार्य नहीं कर रही हैं जिसके चलते जीएसटी चोरो के बल्ले बल्ले है।
मुकदमे_दर्ज_पर_कार्रवाई_शून्य
आंकड़ों के अनुसार इस बर्ष कुचायकोट थाना (गोपालगंज) में और तरयासुजान थाना (कुशीनगर) में दो दर्जन से ऊपर बिना बैध प्रपत्र के स्क्रेप का अभिवहन कर रहें ट्रको को पुलिस द्वारा पकडकर केस दर्ज किया गया है फिर भी तस्करों पर प्रभावी कार्रवाई का अभाव देखने को मिल रहा है।
_स्क्रेप_तस्करी_में_37_प्रतिशत_की_वृद्धि
वित्तीय वर्ष 2024–25 के पहले छह महीनों में स्क्रैप तस्करी के मामलों में पिछले वर्ष की तुलना में 37% वृद्धि दर्ज की गई है। जिसका आंकलन वर्ष वार पकड़े गए ट्रको और लगाए गए पेनाल्टी के आधार पर किया जा सकता हैं। बर्ष 2022 में 18 ट्रक ₹1.3 करोड़ ,23 चालान। बर्ष 2023 में 31 ट्रक ₹2.1 करोड़ पेनाल्टी और 39 चालान। बर्ष 2024 से (अब तक) 43 ट्रक, ₹2.9 करोड़पेनाल्टी और 52 चालान।

देवरिया_यूनिट_बनी_साइलेंट_जोन
सूत्रों के अनुसार, देवरिया जीएसटी यूनिट ने पिछले 6 महीनों में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। जिससे आम लोग अफसरों और स्क्रैप माफियाओं के गठजोड़ की आशंका जता रहे हैं।
चर्चाओ के अनुसार इस समय देवरिया जनपद के मेहरौना चौकी क्षेत्र से और एन एच 27 के हेतिमपुर टोल प्लाजा जो देवरिया मोबाइल यूनिट के अधिकार क्षेत्र में पड़ता है वहां से प्रतिदिन पचास से ऊपर स्क्रेप लदे ट्रक गुजर रहें है उनमे से अधिकांश के पास बैध प्रपत्र नहीं होते है फिर भी इन गाड़ियों को इसलिए हाथ नहीं लगाया जाता ही क्योंकि यह सभी गाड़िया बिभागीय सिस्टम (इंट्री) को फॉलो करके गुजरती हैं।
जनता_का_आक्रोश_और_मांगें
सामाजिक कार्यकर्ता अवधेश राय ने कहा, “हाईवे से रोज़ाना बिना बिल के स्क्रैप लदे ट्रक निकलते हैं। अफसर जानबूझकर आंख मूंदे बैठे हैं।” भाजपा से जुड़े संजय श्रीवास्तव ने मांग किया है कि “मोबाइल यूनिट को पुनः तैनात किया जाए और स्क्रेप तस्करी पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए सघन अभियान चलाया जाये।
जानकार_लोगो_का_दावा_यह_करके_रोका_जा_सकत_हैं_जीएसटी_चोरी
जीएसटी चोरी को तत्काल प्रभाव से रोकने के लिए मोबाइल चेकिंग यूनिट की पुनः बहाली के साथ साथ सभी ट्रकों की GPS ट्रैकिंग और ई-वे बिल सत्यापन और दोषी अफसरों और व्यापारियों पर कार्रवाई अभियान चलाकर किया जायेगा तब स्थिति नियंत्रण में हो सकती हैं।
बिभागीय_चुप्पी_बनी_चिंता_का_विषय
जब एक ओर केंद्र सरकार जीएसटी प्रणाली को पारदर्शी बनाने पर बल दे रही है, वहीं ज़मीनी स्तर पर तस्करी की ये तस्वीरें सिस्टम की कमजोरी उजागर कर रही हैं।
यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, तो यह न केवल सरकारी राजस्व को क्षति पहुंचाएगा, बल्कि वैध व्यापारियों का मनोबल भी तोड़ेगा।गोरखपुर की तीन मोबाइल यूनिट और कुशीनगर की एक मोबाईल यूनिट के फिलहाल भंग होने के जानकारी के संदर्भ में जीएसटी ग्रेड वन अधिकारी संजय कुमार के उनके मोबाइल नंबर 7235002505 पर कई बार फोन किया गया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया तो उनके व्हाट्सप्प पर भी पक्ष जानने के लिए मैसेज किया गया लेकिन समाचार लिखे जाने तक उनका कोई जबाब नहीं आया था।




